Friday 27 May 2016

Now presenting झिंगाट in Sanskrit
चित्रपटः - सैराट
संगीतम् - अजय-अतुल
दिग्दर्शनम् - श्री. नागराज मंजुळे
संस्कृतभावानुवादः स्वरः च - श्रीहरी (9619711054)


For sound clip

https://soundcloud.com/user-67567576/huayikvczjeb 


ए उरसि भवति धडधड रक्तिमा गण्डे आयाता 
अङ्गेषु कश्चन दाहो हि प्रीत्याः पीडा जाता।।
ननु अधीरः जातः ननु बधिरः जाऽऽतः
हे तवैव कृते मजनूभूय पृष्ठे आयातः 
हे हृन्मे नभसि धावति वेगेन मत्तः जातः 

 जातझिंग झिंग झिंग झिंग झिंग झिंग झिंगाट
झिंग झिंग झिंग झिंग झिंग झिंग झिंगाट
झिंग झिंग झिंग झिंग झिंग झिंग झिंगाट
झिंग झिंग झिंग…


ए अधीरोऽहं ननु त्वया सह विवाहाय 
तव नाम हस्ते मया प्रेम्णा उट्टंकितम् 
रे हस्तः पूरितः 
रे हस्तः पूरितः बहुदूरत आयातः 
कृत्वा दाढीकाङ् गन्धन् धृत्वा आयातः
रे एषु गणेषु शोभे ननु रे मत्तः जातः 
 जातझिंग झिंग झिंग झिंग झिंग झिंग झिंगाट
झिंग झिंग झिंग झिंग झिंग झिंग झिंगाट
झिंग झिंग झिंग झिंग झिंग झिंग झिंगाट
झिंग झिंग झिंग…



सर्वग्रामिणाम् अस्ति मे हि विवाहाय त्वरा
वद कदा भविष्यसि मम पुत्राणां हि माता 
ननु उन्मत्तः जातः 
ननु उन्मत्तः जातः तव गृहे हि आयातः
जलबन्धं पारं कृत्वा बहुकष्टैरायातः
ते अधरपानाय मुग्धस्तेऽहं द्वारे आयातः

जातझिंग झिंग झिंग झिंग झिंग झिंग झिंगाट
झिंग झिंग झिंग झिंग झिंग झिंग झिंगाट
झिंग झिंग झिंग झिंग झिंग झिंग झिंगाट
झिंग झिंग झिंग…

झिंगाट in Sanskrit

Now presenting झिंगाट in Sanskrit
चित्रपटः - सैराट
संगीतम् - अजय-अतुल
दिग्दर्शनम् - श्री. नागराज मंजुळे
संस्कृतभावानुवादः स्वरः च - श्रीहरी (9619711054)





ए उरसि भवति धडधड रक्तिमा गण्डे आयाता 
अङ्गेषु कश्चन दाहो हि प्रीत्याः पीडा जाता।।
ननु अधीरः जातः ननु बधिरः जाऽऽतः
हे तवैव कृते मजनूभूय पृष्ठे आयातः 
हे हृन्मे नभसि धावति वेगेन मत्तः जातः 

 जातझिंग झिंग झिंग झिंग झिंग झिंग झिंगाट
झिंग झिंग झिंग झिंग झिंग झिंग झिंगाट
झिंग झिंग झिंग झिंग झिंग झिंग झिंगाट
झिंग झिंग झिंग…


ए अधीरोऽहं ननु त्वया सह विवाहाय 
तव नाम हस्ते मया प्रेम्णा उट्टंकितम् 
रे हस्तः पूरितः 
रे हस्तः पूरितः बहुदूरत आयातः 
कृत्वा दाढीकाङ् गन्धन् धृत्वा आयातः
रे एषु गणेषु शोभे ननु रे मत्तः जातः 
 जातझिंग झिंग झिंग झिंग झिंग झिंग झिंगाट
झिंग झिंग झिंग झिंग झिंग झिंग झिंगाट
झिंग झिंग झिंग झिंग झिंग झिंग झिंगाट
झिंग झिंग झिंग…



सर्वग्रामिणाम् अस्ति मे हि विवाहाय त्वरा
वद कदा भविष्यसि मम पुत्राणां हि माता 
ननु उन्मत्तः जातः 
ननु उन्मत्तः जातः तव गृहे हि आयातः
जलबन्धं पारं कृत्वा बहुकष्टैरायातः
ते अधरपानाय मुग्धस्तेऽहं द्वारे आयातः

जातझिंग झिंग झिंग झिंग झिंग झिंग झिंगाट
झिंग झिंग झिंग झिंग झिंग झिंग झिंगाट
झिंग झिंग झिंग झिंग झिंग झिंग झिंगाट



झिंग झिंग झिंग…

 
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